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Friday 11 August 2023

जिज्ञासु के प्रश्न ज्यौतिषाचार्य पं. ब्रजेश पाठक जी का उत्तर

 जिज्ञासु के प्रश्न ज्यौतिषाचार्य पं. ब्रजेश पाठक जी का उत्तर 






प्रश्न - गूलिक को D9 में भी देखना चाहिए ?

उत्तर - जरूर देखना चाहिए। गुलिक नवांशेश और गुलिकेश दोनों बहुत खतरनाक होते हैं। गुरुजी ने तो हर जगह इन दोनों के रत्न पहनने की सख्त मनाही की है। देखें - उपाय भाग्योदय, किस्मत के अनमोल रतन आदि।


प्रश्न - कोई ऐसा भाव है जहां गुलिक का प्रभाव कम या अच्छा होता है ?

उत्तर - 3, 6, 11 भाव है। आप मेरा लेख पढें जो गुलिक पर लिखा गया है।


प्रश्न - गुलिक से सप्तम भाव में कोई बिन्दु होता है, उसका नाम क्या है ? 

उत्तर - आपने पूछा है गुलिक से सप्तम भाव में कोई बिन्दु होता है उसका नाम क्या है ? उसका नाम प्रमाण गुलिक है। गूगल पर प्रमाण गुलिक लिखकर सर्च करेंगे तो इस पर लिखा मेरा लेख आसानी से मिल जाएगा।


प्रश्न - अगर किसी ग्रह पर गुलिक की दृष्टि नहीं है और साथ नहीं है तो उस पर गुलिक का कोई प्रभाव नहीं पड़ता ?

उत्तर - किसी ग्रह का गुलिक को देखना उस ग्रह को प्रभावित नहीं करता बल्कि गुलिक को प्रभावित करता है।


प्रश्न - Will planets sitting with gullik effect more in their dasha antarsha ?

उत्तर - ऐसे कहना ठीक नहीं रहेगा। बात वही है पर करेक्ट फोर्म में कहेंगे तो कभी कन्फ्यूजन नहीं होगा। गुलिक अपना प्रभाव अपने साथ बैठे ग्रहों की दशा में दिखाएगा अथवा अपनी राशीश की दशा में दिखाएगा। यह जो प्रभाव है वो उस ग्रह का नहीं है बल्कि गुलिक का है।


ब्रजेश पाठक ज्यौतिषाचार्य

हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान

Mob. - +91 9341014225.


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